भारत एक कृषि प्रधान देश है इसकी दो तिहाई जनसंख्या कार्यों में संलग्न है। किसी एक प्राथमिक क्रिया है जो हमारे लिए अधिकांश खाता उत्पन्न करती है। खदानों के अतिरिक्त यह विभिन्न उद्योगों के लिए कच्चा माल भी पैदा करती है। इसलिए इस अध्याय में संपूर्ण कृषि के बारे में विस्तार से बच्चे समझने में सक्षम हो सकते हैं।
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प्रारंभिक जीविका निर्वाह कृषि- इस प्रकार की कृषि भारत के कुछ भागों में अभी भी की जाती है। प्रारंभिक जीवन निर्वाह कृषि भूमि के छोटे टुकड़ों पर आदिम कृषि औजारों जैसे लकड़ी के हल, डाओ और खुदाई करने वाली छड़ी तथा परिवार अथवा समुदाय श्रम की मदद से की जाती है।
इस प्रकार की कृषि प्राय: मानसून, मृदा की प्राकृतिक उर्वरता और फसल उगाने के लिए अन्य पर्यावरण परिस्थितियों की उपयोगिता पर निर्भर करती है।
भारत के मुख्य फसलें कौन-कौन से हैं ? नाम लिखिए एवं विस्तार से समझाइए।
उत्तर- मिट्टी, जलवायु और कृषि पद्धति में अंतर के कारण देश के विभिन्न क्षेत्रों में अनेक प्रकार की खाद्य और अखाद्यय फसलें उगाई जाती है।
भारत में उगाई जाने वाली मुख्य फसलें- चावल, गेहूं, मोटे अनाज, दालें, चाय, कॉफी, गन्ना, तिलहन, कपास और जुट इत्यादि हैं।
भारत में प्रमुख रूप से दाल कौन से राज्य में उत्पादन की जाती है? और विश्व की नजर से भारत दाल उत्पादक में कहां पर खड़ा है?
उत्तर- भारत विश्व में दालो का सबसे बड़ा उत्पादक तथा उपभोक्ता देश है। शाकाहारी खाने में दालें सबसे अधिक प्रोटीन दायक होती है। तूर(अरहर), उड़द, मूंग, मसूर, मटर और चना भारत की मुख्य दलहनी फसलें हैं।
भारत में मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, और कर्नाटक दाल के मुख्य उत्पादक राज्य है।
कार्बनिक कृषि किसे कहते हैं ? लाभ लिखो ।
उत्तर-कार्बनिक कृषि या जैविक खेती ऐसी कृषि को कहते हैं जो बिना रासायनिक खाद एवं कीटनाशकों के प्रयोग के बिना किया जाता है। खेती की परंपरागत विधियों को अपनाकर कार्बनिक खेती किया जा सकता है।
जैविक खेती या कार्बनिक खेती के निम्नलिखित लाभ होते हैं-
- कार्बनिक खेती से भूमि व पर्यावरण प्रदूषण पर नियंत्रण होता है।
- जैविक खेती में लागत भी कम आती है।
- इस प्रकार की खेती में प्रयोग होने वाली कार्बनिक खाद ए किसान द्वारा स्वयं स्थानीय स्तर पर तैयार की जा सकती है वह अपनी सुविधा अनुसार इनका प्रयोग भी आसानी से कर लेता है।
- जैविक खेती से उपज उच्च गुणवत्ता वाली होने के कारण विश्व बाजार में इसकी काफी मांग है जिससे अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
अध्यापन बिंदु
- छात्र कृषि के बारे में विस्तार से समझने में सक्षम होंगे।
- कृषि के प्रकार वाणिज्य कृषि, गहन जीविका कृषि, जीवन निर्वाह कृषि इन सब के बारे में विस्तार से समझेंगे।
- भारत में उगाने वाले मुख्य फसलों के बारे में जानेंगे जैसे चावल कहां कहां पर सबसे ज्यादा पैदावार होती है भारत के नक्शे के माध्यम से जानने में सक्षम होंगे।
- बाजरा मक्का गेहूं मोटे अनाज भारत देश के कौन-कौन से राज्य मैं पैदावार होती है इनके बारे में जानेंगे।
- दाल तिलहन गन्ना चाय कॉफी बागवानी फसलें इन सब खाद्य पदार्थों के बारे में जानेंगे।
- अखाद्य फसलें रबड़ कपास रेशेदार फसलें जुट इनके बारे में विस्तार से जानेंगे।
- कृषि की राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था, रोजगार और उत्पादन में योगदान कितना होता है छात्र जानेंगे।
- भारत की खाद्य सुरक्षा, इसकी आवश्यकता और प्रयास विषय पर वाद-विवाद करना सीखेंगे।
