कक्षा 5 वी विषय हिंदी अध्याय 03|शिक्षक डायरी pdf
खिलौनेवाला
कैसे लिखे ? शिक्षक डायरी अध्याय 03 विषय हिंदी (5th class hindi chapter 3 teacher diary)
शिक्षक डायरी pdf
इस अध्याय से बच्चे क्या -क्या सिख सकते है -
- पुस्तक वाचन करने में सक्षम होंगे ।
- इस अध्याय से लेखन कला का विकास होगा ।
- इस अध्याय से बच्चे दैनिक जीवन में दुकान वाले के साथ लेनदेन करने प्रक्रिया को सीखेंगे।
- खिलौना वाले के साथ कैसे बात करते हैं यह गुण सीखेंगे इस अध्याय के माध्यम से,
- रामायण के बारे में जानेंगे कौशल्या ताड़का इनके बारे में जानेंगे।
- सभी बच्चे इस अध्याय में रामायण के बारे में जानेंगे। खिलौने वाले के पास कौन-कौन से और कैसे कैसे खिलौने रखते हैं इस संबंध में जानकारी हासिल करेंगे।
- इस अध्याय में साथी तुकबंदी करना भी सीखेंगे जैसे वार तलवार इस तरह के वाक्यों को समझेंगे जानेंगे सीखेंगे की तुकबंदी क्या होता है।
- खेल खेल के माध्यम से बच्चों को खिलौना बेचने सिखाया जाएगा और खिलौना कैसे खरीदते हैं वह भी खेल के माध्यम से सिखाया जाएगा।
- इस अध्याय में विद्यार्थी हावी सीखेंगे रूठने से क्या-क्या से होती है?
- इस अध्याय मैं व्याकरण देखा जाए तो संज्ञा के बारे में उदाहरण सहित विस्तार से समझेंगे।
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आइए अब देखते हैं इस अध्याय में क्या किया दिया गया है।और खिलौना वाले के साथ कैसे बातचीत होती है कैसे क्या बात करते हैं इस संबंध में थोड़ा सा हम अध्याय पर चलते हैं ।अध्याय 3 खिलौने वाले में आपके किताब में क्या है ।वह थोड़ा सा देखते हैं पंक्ति को ध्यान से पढ़िए और समझिए और इन पंक्तियों के आधार पर आप भी अध्यापन बिंदु तैयार आसानी से कर सकते हैं-
वह देखो माँ आज खिलौनेवाला फिर से आया है। कई तरह के सुंदर-सुंदर नए खिलौने लाया है। हरा-हरा तोता पिंजड़े में गेंद एक पैसे वाली छोटी-सी मोटर गाड़ी है सर-सर-सर चलने वाली। सीटी भी है कई तरह की कई तरह के सुंदर खेल चाभी भर देने से भक-भक करती चलने वाली रेल। गुड़िया भी है बहत भली-सी पहिने कानों में बाली छोटा-सा 'टी सेट' है छोटे-छोटे हैं लोटा-थाली। छोटे-छोटे धनुष-बाण हैं हैं छोटी-छोटी तलवार नए खिलौने ले लो भैया ज़ोर-ज़ोर वह रहा पुकार। मुन्नू ने गुड़िया ले ली है मोहन ने मोटर गाड़ी मचल मचल सरला कहती है माँ से लेने को साड़ी कभी खिलौनेवाला भी माँ क्या साड़ी ले आता है। साड़ी तो वह कपड़े वाला कभी-कभी दे जाता है। अम्मा तुमने तो लाकर के मुझे दे दिए पैसे चार कौन खिलौना लेता हूँ मैं तुम भी मन में करो विचार। तुम सोचोगी मैं ले लूँगा। तोता, बिल्ली. मोटर. रेल पर माँ, यह मैं कभी न लूँगा ये तो हैं बच्चों के खेल। मैं तलवार खरीदूंगा माँ या मैं लूँगा तीर-कमान जंगल में जा, किसी ताड़का को मारूँगा राम समान। तपसी यज्ञ करेंगे, असुरोंको मैं मार भगाऊँगा यों ही कुछ दिन करते-करते रामचंद्र बन जाऊँगा। यहीं रहूँगा कौशल्या मैं तुमको यहीं बनाऊँगा। तुम कह दोगी वन जाने को हँसते-हँसते जाऊँगा। पर माँ, बिना तुम्हारे वन में मैं कैसे रह पाऊँगा। दिन भर घूमूंगा जंगल में लौट कहाँ पर आऊँगा। किससे लूँगा पैसे, रूलूंगा तो कौन मना लेगा कौन प्यार से बिठा गोद में मनचाही चीजें देगा।
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अधिक जानकारी के लिए ऊपर दिए गए वीडियो को ध्यान से देखिए। और बाकी के जो गतिविधि है उसे अपने डायरी में लिखिए। इस पोस्ट को पढ़ने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद और इस ब्लॉक को आप फॉलो कीजिए। ताकि आपको ऐसे ही शिक्षा से संबंधित जानकारी मिलते रहे और भी अध्याय के शिक्षक डायरी देख सकते हैं।
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