How to Prepare a Teacher Diary for Higher Secondary School 12th physics chapter 1

 हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए शिक्षक डायरी कैसे तैयार करें

5 बिन्दुओं के आधार पर "विद्युत आवेश तथा  क्षेत्र" के लिए शिक्षक डायरी लिखना । आज के लेख में आप जानेंगे-

  1. महत्वपूर्ण बिंदु को चिह्नित करें

  2. कक्षा गतिविधि

  3. आंकिक प्रश्नोत्तरी का संग्रह

  4. परीक्षा उपयोगी प्रश्न उत्तर हल करना

  5. प्रायोगिक कार्य करना


physics

काल खंड कक्षा विषय इकाई दिनांक
1 12वी भौतिक "विद्युत आवेश तथा क्षेत्र" 3 दिन के लिए

इस लेख को पढ़ने के बाद, आप इकाई 1 के लिए पूरी शिक्षक डायरी तैयार कर सकेंगे, इसलिए आपको लेख को ध्यान से पढ़ना चाहिए।

मैं पिछले 8 वर्षों से एक सरकारी स्कूल में विषय शिक्षक के रूप में पदस्थ  हूं और उच्च माध्यमिक में बच्चों को पढ़ाता हूं और साथ ही डी.एड ,बी.एड पाठ्यक्रम कुछ एनसीईआरटी किताबें और कुछ एससीआरटी किताबें इस शिक्षक डायरी को तैयार करने के लिए मैंने लिया है। NIOS D.El.Ed से डायरी कैसे बनाएं इसका संदर्भ मैंने संदर्भ लिया ताकि आपको आश्वस्त किया जा सके कि आपको पूरी  जानकारी दी जा रही है।

इस अध्याय के महत्वपूर्ण बिंदुओं को दिया गया है यदि आप चाहें तो उनका उपयोग अपने शिक्षण कार्य के लिए कर सकते हैं और शिक्षक डायरी में उनका उल्लेख भी कर सकते हैं।


भौतिक विषय के लिए शिक्षक डायरी तैयार करते समय विशेष ध्यान रखें

शिक्षक साथी ध्यान दें 

महत्वपूर्ण जानकारी मैं आपको आपकी पहली इकाई के बारे में देना चाहता हूँ 

कुल 16 टॉपिक  है आपको  तीन या 4 दिनों में पूरा करना है यदि आपके स्कूल की पीरियेड  45 मिनट है, कम से कम 3 दिन इस अध्याय को पूरा करने में समय लग सकता है, विज्ञान संकाय के लिए भौतिकी बहुत महत्वपूर्ण है, और आप छात्रों के करियर से जुड़ी बातें भी इनके साथ साझा करें।आइए नीचे देखते हैं कि आप शिक्षक डायरी कैसे तैयार कर सकते हैं मैं इस अध्याय के महत्वपूर्ण बिंदु बताने जा रहा हूं आप इसे शिक्षक डायरी में 3 दिनों के लिए  लिख सकते हैं


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विद्युत आवेश की उत्पत्ति कैसे हुई, इसका पूरा इतिहास विद्यार्थियों को समझाएं, जो पाठ्यपुस्तक में दिया गया है, विस्तार से पढ़ाएं क्योंकि 12वीं का भौतिक पाठ्यक्रम विद्युत्  पर आधारित है, इसलिए मूल जानकारी को विस्तार से समझाने का प्रयास करें।

आइए समझते हैं कि कंडक्टर और इंसुलेटर क्या हैं, यहां कुछ उदाहरण दिए गए हैं, जिन्हें आप अपने शिक्षण कार्य के लिए उपयोग कर सकते हैं

चालक तथा विद्युतरोधी- हाथ में पकड़ी धातु की छड़ ऊन से रगड़े जाने पर आवेशित होने का कोई संकेत नहीं दर्शाती। परंतु, यदि धातु की छड़ पर लकड़ी अथवा प्लास्टिक का हैंडिल लगा है और उसके धातु के भाग को स्पर्श नहीं किया गया है, तो वह आवेशित होने का संकेत दे देती है। मान लीजिए हम किसी तांबे के तार के एक सिरे को उदासीन सरकंडे की गोली से जोड़ देते हैं तथा दूसरे सिरे को ऋणावेशित प्लास्टिक-छड़ से जोड़ देते हैं तो हम यह पाते हैं कि सरकंडे की गोली ऋणावेशित हो जाती है। यदि इसी प्रयोग को नॉयलोन के धागे अथवा रबर के छल्ले के साथ दोहराएँ तो प्लास्टिक-छड़ से सरकंडे की गोली में कोई आवेश स्थानांतरित नहीं होता। छड़ से गोली में आवेश के स्थानांतरित न होने का क्या कारण है?


कुछ पदार्थ तुरंत ही अपने में से होकर विद्युत को प्रवाहित होने देते हैं जबकि कुछ अन्य ऐसा नहीं करते। जो पदार्थ आसानी से अपने में से होकर विद्युत को प्रवाहित होने देते हैं उन्हें चालक कहते हैं। उनमें ऐसे वैद्युत आवेश (इलेक्ट्रॉन) होते हैं जो पदार्थ के भीतर गति के लिए अपेक्षाकृत स्वतंत्र होते हैं। धातुएँ, मानव तथा जंतु शरीर और पृथ्वी चालक हैं। काँच, पॉर्सेलेन, प्लास्टिक, नॉयलोन, लकड़ी जैसी अधिकांश अधातुएँ अपने से होकर प्रवाहित होने वाली विद्युत पर उच्च प्रतिरोध लगाती हैं। इन्हें विद्युतरोधी कहते हैं। अधिकांश पदार्थ ऊपर वर्णित इन दो वर्गों में से किसी एक में आते हैं।

जब कुछ आवेश किसी चालक पर स्थानांतरित होता है तो वह तुरंत ही उस चालक के समस्त पृष्ठ पर फैल जाता है। इसके विपरीत यदि कुछ आवेश किसी विद्यतरोधी को दें तो वह वहीं पर रहता है। ऐसा क्यों होता है, यह आप अगले अध्याय में सीखेंगे।

पदार्थों का यह गुण हमें बताता है कि सूखे बालों में कंघी करने अथवा रगडने पर नॉयलोन या प्लास्टिक की कंघी क्यों आवेशित हो जाती है, परंतु धातु की वस्तुएँ जैसे चम्मच आवेशित क्यों नहीं होती? धातुओं से आवेश का क्षरण हमारे शरीर से होकर धरती में हो जाता है, ऐसा होने का कारण यह है कि धातु तथा हमारा शरीर दोनों ही विद्यत के अच्छे चालक हैं।


काल खंड अध्यापन बिंदु
1 विद्युत आवेश किसे कहते हैं? विद्युत तथा चुंबकत्व का एकीकरण कैसे होता है?
2 चालक तथा विद्युत रोधी के बारे में विस्तार से समझाना। प्रेरणा द्वारा आवेशन कैसे होता है? विद्युत आवेश के मूल गुण क्या हैं?
3 विद्युत आवेश तथा उसके क्षेत्र को समझने के लिए टेक्स्ट बुक में जो दिया गया है प्रायोगिक को बच्चों के द्वारा संपन्न कराना। विद्युत आवेश के निम्न मूल गुणों को विस्तार से समझाना आवेशों के योग्यता वैद्युत आवेश संरक्षित है या नहीं इसे विस्तार से समझाना विद्युत आवेश का क्वांटमीकरण कैसे होता है ?
4 कूलाम के नियम क्या है? व्यंजक ज्ञात करने में विद्यार्थी सक्षम होंगे विद्यार्थी जानने में सक्षम होंगे एक या दो से अधिक आवेशों पर आरोपित बल का परिकलन कैसे करते हैं ?आवश्यक व्यंजक ज्ञात करने में सक्षम होंगे।
5 विद्युत क्षेत्र की अवधारणा को समझेंगे विभिन्न निकायों के कारण विद्युत क्षेत्र कैसे उत्पन्न होता है? इसके लिए सूत्र स्थापना करना सीखेंगे विद्युत क्षेत्र का भौतिक अभिप्राय क्या है यह जानेंगे बच्चे
6 विद्युत फ्लक्स को छायाचित्र के माध्यम से समझेंगे वैद्युत द्विध्रुव के कारण विद्युत क्षेत्र कैसे उत्पन्न होता है अक्षीय स्थिति पर निरक्षीय स्थिति पर इसके लिए व्यंजक ज्ञात करना सीखेंगे संतत आवेश वितरण क्या है विस्तार से समझेंगे।
7 वैद्युत फ्लक्स की अवधारणा के सरल अनुप्रयोग के रूप में गौस के थ्योरम को समझेंगे गाउस नियम के अनुप्रयोग
8 १ अनंत लंबाई के एक समान आवेशित सीधे तार के कारण विद्युत क्षेत्र की स्थापना कैसे होती है। व्यंजक निकालना सीखेंगे विद्यार्थी
9 २ एक समान आवेशित अनंत समतल चादर के कारण विद्युत क्षेत्र की परिकल्पना करना सीखेंगे विद्यार्थी ।
10 ३ एक समान आवेशित पतले गोलीय खोल के कारण विद्युत क्षेत्र की गणना करना सीखेंगे,
11 दिए गए आंकिक प्रश्नों को हल करने में सक्षम होंगे । विद्यार्थी विभिन्न भौतिक राशियों के प्रतीक विमाएं मात्रक को जानने में विद्यार्थी सक्षम होंगे।
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Bisau Ram Netam is a Government Teacher. He holds a Master's degree in Mathematics. For three years, Bisau has been teaching people personal finance online.

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